पटना के इस इलाके में पिछले 20 दिनों से जलजमाव, नहीं निकला समाधान

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वार्ड संख्या 55 का प्रियदर्शी नगर पिछले 20 दिनों से जल जमाव की पीड़ा झेल रहा है। इस मार्ग से हररोज करीब 10 हजार से अधिक लोगों का आवागमन हो रहा है। गली में जल जमाव की वजह से इलाके के लोगों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मच्छरों की संख्या में कई गुना वृद्धि हुई है तो गली की सड़क पर जम चुके नाले के पानी की गंदगी से स्कूल के बच्चों को आना-जाना पड़ रहा है। भागवतनगर इलाके में सड़क पर जमे नाले के पानी को साफ करवाने के लिए प्रभावित क्षेत्र से लोगों ने नगर निगम अफसरों से लेकर नगर विकास विभाग के उच्चाधिकारियों तक शिकायत कर डाले। इसके बाद भी इस क्षेत्र से जलनिकासी की कोई पहल नहीं हुई।

मोहल्ले से एक नागरिक ने जलनिकासी के लिए पिछले 15 दिनों में नगर निगम अफसरों से लेकर नगर विकास एवं आवास विभाग के 4 अधिकारियों के यहां शिकायत की, लेकिन इन शिकायतों के करीब 15 दिनों बाद भी जल निकासी नहीं हो पाई।  प्रस्तुत है वार्ड के नागरिक की जिम्मेदार अफसरों से बातचीत का कुछ अंश-

आप लोकेशन बताईए!
शिकायतकर्ता ने जब कार्यपालक पदाधिकारी कंकड़बाग को फोन किया तो उन्होंने अपनी समस्या के बारे में सीआई से बात करने को बोल दिया।

शिकायतकर्ता : हमारे वार्ड की गलियों में जलजमाव है। यह कबतक निकलेगा?
पदाधिकारी : लोकेशन बताईए।

शिकायतकर्ता : प्रियदर्शीनगर स्थित सड़क नंबर 3
पदाधिकारी : आप हमारे सीएसआई का नंबर लीजिए और उससे बात कर लीजिए। आपके इलाके से जल निकासी हो जाएगी।

शिकायतकर्ता : मैडम प्लीज पर्व तक जलनिकासी करवा दिया जाए, ताकि इलाके के लोग इस वार्षिक त्योहार को गंदगी से मुक्त वातावरण में मनाएं।
पदाधिकारी : मैं अभी सीएसआई को बोलती हूं।

हमारे इलाके में मोटर पंप कम हैं
एक दिन बाद शिकायतकर्ता ने कंकड़बाग के सीएसआई जितेंद्र कुमार को अपनी समस्या से अवगत कराई। आप भी देखिए उन्होंने कैसा गैरजिम्मेदाराना जवाब दिया।

शिकायतकर्ता : जितेंद्र जी, प्रियदर्शीनगर में 15 दिनों से जलजमाव है। यह पानी कबतक निकाला जाएगा।
सीएसआई : श्रीमान, हमारे अंचल में मोटर पंप कम है। इसलिए जलनिकासी में दिक्कतें आ रही हैं।

शिकायतकर्ता : तो क्या यह इलाका नाले की गंदगी में ही पर्व मनाने को विवश होगा।
सीएसआई : नहीं ऐसा नहीं है। हम पर्व तक जलनिकासी करवा देंगे।

आपने अंचल की ईओ से संपर्क किया कि नहीं?
दशहरा बाद भी जब जलनिकासी नहीं हुई। फिर 14 अक्टूबर को निगम के अपर नगर आयुक्त शीला ईरानी से संपर्क साधा गया।

शिकायतकर्ता : मैडम, कंकड़बाग के प्रियदर्शीनगर में पिछले 20 दिनों से नाले का पानी सड़क पर लगा हुआ है।
पदाधिकारी : आपने अंचल की ईओ से संपर्क किया कि नहीं।

शिकायतकर्ता : मैडम, उनसे शिकायत की गई है। अब उन्होंने फोन रिसीव करना बंद कर दिया है।
पदाधिकारी : आप पता लिखकर लोकेशन का तुरंत फोटो भेजें, मैं देखता हूं।

प्रधान सचिव भी कुछ नहीं कर पाए
इसके बाद नगर नगर विकास एवं आवास विभाग के तत्कालीन प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद के यहां इलाके में जल जमाव की समस्या को मोबाइल फोन पर मैसेज के रूप में भेजा गया। लेकिन इन सभी प्रयासों के बाद भी प्रियदर्शीनगर से जल निकासी का रास्ता अभी तक  साफ नहीं हुआ।

निगम का होम पाइप भी फेल
भागवत नगर इलाके के प्रियदर्शीनगर की अलग-अलग सड़कों पर लगाए गए होम पाइप से जलनिकासी नहीं हो पा रही है। लोगों के घर से निकलने वाला पानी और बरसात का पानी पूरी तरह सड़कों पर ही फैल जा रहा है। प्रियदर्शीनगर के 3 नंबर सड़क और नया-टोला डाबर को जोड़ती सड़क पर जलनिकासी नहीं होने की वजह से काफी दिनों से नाले का पानी सड़कों पर लगा हुआ है। कुछ दिन पहले कंकड़बाग अंचल की कार्यपालक पदाधिकारी पूनम कुमारी ने जांच में पाया था कि कुछ लोगों ने घरों का कचरा इन होम पाइप में डाल दिया है।

घरों से नहीं निकल रहा पानी
वार्ड की गलियों से जलनिकासी नहीं होने की वजह से कई भवनों में अभी भी जलजमाव है। यह जलजमाव मलेरिया और डेंगू के मच्छरों के पनपने का कारण बन चुका है। जिस गति से इलाके में मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है, लोगों को आशंका है कि भविष्य में बीमारियों की महामारी को रोक पाना मुश्किल ही नहीं असंभव होगा। इस इलाके में मच्छररोधी और एंटी लारवा रोधी दवाओं का छिड़काव भी खानापूर्ति तक ही रह गया है। कुछ गलियों में इन दवाओं का छिड़काव करके एक वार्ड में 100 से अधिक गलियों को यूं ही छोड़ दिया गया है।