ई-टिकट की कालाबाजारी कर टेरर फंडिंग करने के आरोपी गुलाम मुस्तफा के एक शागिर्द को आरपीएफ ने बुधवार को लालगंज से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद पुलिस ने इसे गुरुवार को जेल भेज दिया। आईआरसीटीसी की साइट को हैक कर गुमला मुस्तफा ई-टिकटिंग का कारोबार करता था। इस कमाई को वह टेरर फंडिंग में लगाता था। इस मामले में बिहार में अब तक की यह पहली गिरफ्तारी है। आरपीएफ की एक टीम बहुत जल्द बैंग्लूर रवाना होगी और गुलाम मुस्तफा को रिमांड पर लेगी।
इस संबंध में जानकारी देते हुए हाजीपुर के आरपीएफ पोस्ट के प्रभारी इंस्पेक्टर जीएस राणा ने बताया कि रेलवे ई-टिकटिंग कालाबाजारी और प्रतिबंधित एएनएमएस सॉफ्टवेयर की जांच के क्रम में लालगंज थाना क्षेत्र के खतरी टोला के रहने वाले उत्तम कुमार को आरपीएफ ने गिरफ्तार किया है। लालगंज के ही गोला रोड में फैमली एन्ड ट्रेडर्स नामक दुकान है। जांच के दौरान इसके द्वारा ई-टिकटिंग के कारोबार के सुबूत मिले। आरपीएफ के इंस्पेक्टर ने बताया कि गिरफ्तार उत्तम कुमार से पूछताछ के दौरान ई-टिकटिंग से टेरर फंडिंग करने के आरोपी गुलाम मुस्तफा से इसके लिंक सामने आए हैं। गुलाम मुस्तफा से इसकी पहचान लालगंज के ही मैदा टोली के रहने वाले पंकज कुमार ने कराई थी। पंकज भी बैंग्लूर में ही रहता है। मालूम हो कि गुलाम मुस्तफा एक प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर की मदद से आईआरसीटीसी का 50 फीसदी टिकट हैक कर लेता था। वह अवैध रूप से ई-टिकटिंग का कारोबार करता था। बैंगलूर में ही रहकर पंकज और गुलाम मुस्तफा लालगंज में उत्तम कुमार की मदद करते थे। उत्तम के लैपटॉप से गुलाम मुस्तफा को कई बार पेमेंट करने के भी सुबूत मिले हैं।
आईआरसीटीसी की साइट को हैक कर ई-टिकटिंग के काले कारोबार को करने वाले गैंग के एक सदस्य को आरपीएफ ने लालगंज से गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान इसका संबंधों की जानकारी बैंग्लुरू में रह रहे पंकज कुमार और गिरफ्तार किए गए गुलाम मुस्तफा से मिली है। ई-टिकटिंग के माध्यम से ट्रेरर फंडिंग के आरोपी गुलाम मुस्तफा के मामले की जांच एनआईए कर रही है। हाजीपुर से आरपीएफ की एक टीम बैंग्लुरू के लिए जल्द ही रवाना होगी।
– जीएस राणा, इंस्पेक्टर, हाजीपुर आरपीएफ