कूड़े की बदबू से पटना बेहाल, 3 दिनों में 4.5 करोड़ का कारोबार प्रभावित

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दो हजार टन से अधिक कूड़ा-कचरा शहर की सड़कों पर तीन दिनों से बिखरा पड़ा है। अब तो सड़कों पर मरे हुए पशुओं को भी छोड़ दिया गया है। जिसके कारण बाजार आर सार्वजनिक स्थलों पर लोगों का जाना मुश्किल हो गया है। सड़े-गले कचरे से अब बदबू भी आने लगी हैं। कूड़े के बदबू से पूरा पटना बेहाल है। दुकानों के सामने, ऑटो स्टैंड, बस स्टॉप और बड़े-छोटे बाजारों में लोग खरीदारी के लिए जाने से कतरा रहे हैं। नगर निगम के 4300 दैनिक वेतन भोगी सफाई कर्मी पिछले तीन दिनों से हड़ताल पर हैं। वे अपनी मांगों पर अड़े हैं।

बाजार : तीन दिनों में साढ़े चार करोड़ का कारोबार प्रभावित   
मौर्यालोक परिसर सुबह से लेकर देर शाम तक निगम सफाई कर्मचारियों का धरनास्थल बना हुआ है। परिसर की साफ-सफाई तो दूर की बात है, निगम प्रबंधन पर दबाव बनाने के लिए उलटे परिसर के बाहर से कूड़ा-कचरा, मरे हुए जानवर आदि लेकर मौर्यालोक परिसर पहुंच रहे हैं। इसके कारण बीते सोमवार से मौर्यालोक में दुकानदारी ठप हो गई है। दुकानदार सरकार और हाईकोर्ट को त्राहिमाम संदेश भेजने की तैयारी कर रहे हैं। मौर्यालोक शॉपकीपर एसोसिएशन ने दावा किया है कि बीते तीन दिनों में साढ़े चार करोड़ से ज्यादा का कारोबार प्रभावित हुआ है। एसोसिएशन ने बताया कि मौर्यालोक टावर वमौर्यालोक ब्लॉक सी की लगभग सभी दुकानें बीते तीन दिनों से खुल ही नहीं सकी हैं। निगमकर्मियों के प्रदर्शन के बाद दुकानदारों ने आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ से अपनी समस्याओं को साझा किया। पढ़िए दुकानदारों से हुए संवाद के प्रमुख अंश।

कंकड़बाग में जलाया टायर
कंकड़बाग अंचल कार्यालय के सामने बुधवार को सुबह 10 बजे ही टायर व कूड़ा एकत्रित कर खुले में जलाकर विरोध जताया। जिसके कारण धुआं और धूल से स्थिति और दयनीय हो गई हैं। मौर्यालोक परिसर स्थित निगम मुख्यालय का घेराव किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।
स्थायी करने की है मांग : नगर निकायों में कार्यरत दैनिक मजदूरों को एक फरवरी से हटाने का आदेश दिया है। इनकी जगह आउटसोर्सिंग पर कर्मी रखे जाएंगे। कर्मियों के आंदोलन के बाद नगर विकास विभाग ने कहा कि 31 मार्च के बाद ही आउट सोर्सिंग पर कर्मी रखे जाएंगे। इसमें भी दैनिक कर्मियों को प्राथमिकता दी जाएगी। बावजूद हड़ताल समर्थक सेवा स्थायी करने की मांग पर अड़े हुए हैं।

सफाईकर्मियों के उग्र रूप को देखकर खिसक गए अधिकारी
बुधवार देर शाम राजधानी में सफाई कर्मी उग्र हो गए। सफाई कर्मियों को जैसे ही सूचना मिली कि प्रशासन बाहर के मजदूरों से सफाई करवाएगा। तुरंत दैनिक सफाईकर्मी अंचल कार्यालय पहुंच गए। एनसीसी अंचल कार्यालय में जेसीबी और ऑटो टिपर लेने पहुंची प्रशासन और पुलिस की टीम को खदेड़ दिया। सभी वाहनों के टायर पंचर कर दिए। सफाई कर्मियों के उग्र रूप को देखकर अधिकारी वहां से खिसक लिए। ऐसे में टीम को वापस लौटना पड़ा। नूतन राजधानी अंचल कार्यालय के गेट संख्या चार पर जब 25 से 30 की संख्या में प्रशासन की टीम पहुंची तभी दैनिक मजदूरों ने विरोध करना शुरू किया। सभी मजदूर एकत्रित हो गए। गेट पर ताला लगा हुआ था। बवाल इतना बढ़ा कि अपर नगर आयुक्त सफाई समेत पुलिस-प्रशासन की टीम को बिना वाहन लिए लौटना पड़ा। टीम में पुलिस फोर्स के साथ अपर नगर आयुक्त शीला इरानी भी मौजूद थी।

पुलिस की मौजूदगी में छह टीमों ने शुरू की सफाई  
डीएम कुमार रवि ने बुधवार को नगर निगम और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की। कूड़ा उठाने की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए डीएम ने शहर के विभिन्न हिस्सों से कचरा उठाने के लिए छह टीमें गठित की। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस की मौजूदगी में कूड़ा उठाव शुरू कर दिया गया है।