उत्तर-पूर्वी दिल्ली में नागरिकता कानून पर भारी हिंसा के बाद सीबीएसई की तरफ से उन हिंसाग्रस्त इलाकों में परीक्षा टालने का फैसला लिया गया था। लेकिन, स्थिति बेहतर होने के बाद सीबीएसई ने यह अब फैसला किया है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 2 मार्च से बाकी विषयों की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं कराई जाएंगी।
सीबीएसई ने स्कूल प्रिंसिपल से यह अनुरोध किया है कि वे ऐसे छात्रों की सूची उपलब्ध कराएं जो 7 मार्च 2020 तक परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे।
CBSE: As per our ongoing consultations with Delhi Police, the Board exams can be held smoothly & safely now for those students who are in a position to appear for the examinations. CBSE will hold examinations of both Class 10&12 in North-East Delhi from 2nd March as per schedule. pic.twitter.com/BAOLoKxARc
— ANI (@ANI) March 1, 2020
सके साथ ही, सीबीएसई ने कुछ छात्रों के लिए कठिन परिस्थितियों को देखते हुए उन छात्रों के लिए बाद में परीक्षा आयोजित कराएगी, जो 7 मार्च परीक्षा के दौरान शामिल नहीं हो पाएंगे।
सीबीएसई ने कहा कि दिल्ली पुलिस के साथ सलाह मशविरा के बाद उन छात्रों के लिए आराम से सुरक्षित परीक्षा आयोजित कराई जाएगी जो परीक्षा देने की स्थिति में हैं। सीबीएसई की तरफ से उत्तर-पूर्वी दिल्ली में शेड्यूल के अनुरूप 2 मार्च से परीक्षा कराई जाएगी।
उधर, दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने कहा कि उत्तर पूर्वी जिले में हालात अब सामान्य है। जिन जगहों पर धारा 144 लगाई गई थी वहां पर छूट दी गई है और आनेवाले दिनों में छूट और बढ़ाई जाएगी। हम सोशल मीडिया की बेहद करीब से निगरानी कर रहे हैं। स्पेशल सेल ने कई हैंडल्स को ब्लॉक कर दिया है।
Delhi Police PRO, MS Randhawa: Situation is normal now in the North East District. Relaxation has been given in places where section 144 is imposed, more will be given in coming days. We are closely monitoring social media, special cell has blocked several handles. #DelhiViolence pic.twitter.com/hTICchWzzq
— ANI (@ANI) March 1, 2020
गौरतलब है कि नागरिकता कानून पर विरोध और समर्थन करनेवालों दो गुटों में झड़प के बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगा भड़क उठा था। इसमें मरनेवालों की संख्या बढ़कर अब तक 45 हो चुकी है। इस भारी हिंसा के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य होने लगे हैं और सुरक्षा बलों की उन इलाकों में भारी तैनाती की गई है।