उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सीएए को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शनों पर पुलिस ने मंगलवार शाम कहा कि अब तक कुल दस लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 56 पुलिसवाले भी घायल हुए हैं। दिल्ली पुलिस ने बताया कि अब तक 11 एफआईआर दर्ज की गई हैं। दिल्ली पुलिस ने अपील की कि लोग अफवाहों पर ध्यान नहीं दें।
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एम एस रंधावा ने कहा कि हिंसा में हमने एक साथी रतनलाल को खो दिया। दो आईपीएस अधिकारी को चोट आई है। इस हिंसा में 130 लोग घायल हुए हैं।
MS Randhawa, Delhi Police PRO: I deny that there is any deficiency of Police force. Sufficient forces have been deployed in the Northeast district. CRPF, RAF and additional resources of Delhi police are also active. 11 FIRs have been registered&few have been detained. pic.twitter.com/hvd3s9C0La
— ANI (@ANI) February 25, 2020
उन्होंने कहा, ‘उत्तर पूर्वी दिल्ली में पर्याप्त संख्या में पुलिसबल तैनात हैं। गृह मंत्रालय से भी अतिरिक्त फोर्स मिली है, जिसे भेजा गया है।’ घटना की देखरेख पुलिस के बड़े अधिकारी कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि घटना के बाद इलाके में धारा 144 लागू है। लोग अफवाहों पर न जाएं। धारा-144 लागू होने के बावजूद भी कुछ इलाकों में आज भी घटनाएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि मैं लोगों से कानून अपने हाथ में न लेने की अपील करता हूं। इसके साथ ही जो हिंसा फैलाते हुए पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शनों में अब तक 10 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में एक हेड कॉन्स्टेबल भी शामिल है। 130 से ज्यादा घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसमें 50 फीसदी से ज्यादा लोग गोली लगने की वजह से घायल हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हालात पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में पुलिस और क्षेत्र के विधायकों के बीच समन्वय मजबूत करने और अफवाहों के प्रसार को रोकने का संकल्प लिया गया। बैठक में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने राजघाट का दौरा किया और शांति की अपील की।