पटना शूटआउट : सुबह पुलिस से सुरक्षा की गुहार, शाम में बदमाशों ने भून डाला

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तीन कट्ठा जमीन और मकान के विवाद में मिल रही धमकी से परेशान युवक मो. सैफ (32 वर्ष) ने मंगलवार की सुबह दीघा पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई। परिजनों का आरोप है कि मगर पुलिस ने उसकी नहीं सुनी और शाम करीब पौने चार बजे अपराधियों ने उसे गोलियों से भून डाला। हत्या की यह वारदात दीघा थाने के गेट नंबर 96 बांस कोठी मस्जिद गली में हुई।

एक बाइक पर सवार होकर आए तीन बदमाश उसे बातचीत के बहाने घर से बुलाकर ले गए और इसी बीच पहले पीछे से उसके सिर में गोली मारी, फिर कंधे और पैर में भी दो गोलियां दाग दीं। वारदात के बाद अपराधी हवाई फायरिंग करते हुए भाग गए। इससे नाराज लोगों ने शव रखकर सड़क जाम कर दिया। इस दौरान टायर भी जलाया। सूचना पर पहुंचे एएसपी विधि व्यवस्था स्वर्ण प्रभात ने पुलिस फोर्स के साथ कड़ी मशक्कत कर स्थिति को नियंत्रित किया। उधर, पुलिस की प्रारंभिक जांच में हत्या के मामले में बंटी नामक युवक नाम सामने आ रहा है।

अपराधियों के मंसूबे को भांप नहीं सका भाई
छोटे भाई सादिक ने बताया कि मो. सैफ खगौल स्थित अपनी ससुराल में रहता था। बांस कोठी स्थित मकान पर भी उसका आना-जाना था। मंगलवार की सुबह वह खगौल से दीघा स्थित घर आया था। शाम में वह भाई मो. सैफ के साथ बैठा था। तभी तीन बदमाश बाइक से आए। एक बदमाश बाइक लेकर घर से कुछ ही दूर पर खड़ा था और गमछे से अपना मुंह बांधे था। बाइक से उतर कर दो बदमाश उसके घर आए और दरवाजा खटखटाते हुए मो. सैफ को बाहर बुलाया। बाहर निकलने पर बदमाश मो. सैफ से बातचीत करते हुए आगे जा रहे थे। बाइक के नजदीक पहुंचने पर पीछे से एक बदमाश ने पिस्टल से मो. सैफ के सिर में गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर वह बाहर आया और शोर मचाते हुए मौके पर पहुंचा। इस बीच तीनों अपराधी बाइक से भाग निकले। आनन-फानन में सैफ को कुर्जी मोड़ स्थित निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

आगजनी व सड़क जाम होने से सहमे लोग
हत्या से गुस्साए लोग करीब चार बजे दीघा-गांधी मैदान सड़क पर उतर आए। इसके बाद शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। इसी बीच लोगों ने गेट नंबर 96 के पास आगजनी भी कर दी। लोगों का कहना था कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर मृतक के परिजनों को आर्थिक मुआवजा दिया जाए। रात करीब आठ बजे तक चक्काजाम समाप्त हुआ और पुलिस शव कब्जे में ले सकी। वहीं, पटना सदर ब्लॉक के पूर्व उपप्रमुख नीरज यादव ने घटना की निंदा की है।

वाटर कैनन के साथ पहुंची दमकल
आगजनी की सूचना पर दमकल की दो गाड़ियों के साथ अग्निशमन कर्मी मौके पर पहुंचे। बाद में वाटर कैनन भी मंगाया गया। वाटर कैनन और दमकल की दो गाड़ियों की मदद से करीब आधा घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद अग्निशमन कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
मो. सैफ घर का कमाऊ पूत था। वह मिनरल वाटर बेचता था उसकी हत्या ने पूरे परिवार को हिलाकर रख दिया। मां व भाई शव से लिपट कर बिलख रहे थे और अपराधियों को कोस भी रहे थे। परिजनों का कहना था कि सैफ ने किसी का कुछ भी नहीं बिगाड़ा था। अपराधियों ने उसे मौत के घाट क्यों उतारा। मौके पर मौजूद लोग रो-बिलख रहे परिजनों को ढांढ़स बंधा रहे थे, लेकिन उनके आंसू थम नहीं रहे थे।

तीन कट्ठा जमीन और मकान के विवाद में हत्या की यह वारदात हुई है। वारदात को अंजाम देने में मृतक के करीबियों व दोस्तों के नाम सामने आ रहे हैं। जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का पुलिस खुलासा करेगी। –स्वर्ण प्रभात, एएसपी विधि व्यवस्था कोतवाली

परिजनों ने दीघा पुलिस पर लगाया आरोप
परिजनों के मुताबिक बांसकोठी मस्जिद गली के पास ही मो. सैफ की जमीन है। पुलिस के मुताबिक, बीते 17 अक्टूबर को मो. सैफ की मां ने अपने हिस्से की भूमि और मकान एक व्यक्ति के नाम एग्रीमेंट कर दिया था, इसको लेकर करीबियों से विवाद गहरा गया। वह भूमि को हड़पना चाहते थे जब उन्हें एग्रीमेंट की जानकारी हुई तो वह बौखला गए। भूमि का एग्रीमेंट रद्द करने के लिए अपराधी मो. सैफ को कई दिनों से फोन पर धमकी दे रहे थे। इसकी शिकायत उसने दीघा पुलिस से की थी, लेकिन पुलिस ने मामले को हल्के में लिया। धमकी मिलने से मो. सैफ काफी घबराया हुआ था। मंगलवार की सुबह वह दीघा थाने पहुंचा और पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई। सुरक्षा नहीं मिलने पर देर शाम को अपराधियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया, जबकि थाना प्रभारी दीघा फूलदेव चौधरी का कहना था कि धमकी की शिकायत के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई थी।